सीआरओ सर्विलांस
सीआरओ, 2021 के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी उत्पादों का सर्वेक्षण
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी वस्तुओं (अनिवार्य पंजीकरण की आवश्यकता) आदेश, 2021 के तहत कवर किए गए उत्पादों की बाजार सर्वेक्षण
सरकार ने बीआईएस अधिनियम, 1986 के तहत
सरकार ने बीआईएस अधिनियम, 1986 के तहत
STPI invites bids (Technical & Commercial) from eligible Bidders which shall be valid for a minimum period of 180 days from the date of bid submission for “RFP for Designing, Setting Up, Operating, and Managing of Motion Capture Lab in a Revenue Sharing Model”.
Submit the bids through Online CPP e-procurement portal: https://eprocure.gov.in/eprocure/app
एसटीपीआई ने गांधीनगर में वित्तीय तकनीक में फिनग्लोब सीओई लॉन्च किया है, जिससे पूरे भारत में कुल संचालित सीओई की संख्या 24 हो गयी है।
इसके अलावा, एसटीपीआई ने कोच्चि, केरल में अपना 64वां केंद्र और भागलपुर, बिहार में 65वां केंद्र लॉन्च किया।
एसटीपीआई-पंजीकृत इकाइयों ने सॉफ्टवेयर निर्यात में 9,433,12.666 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई), सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय-भारत सरकार के अधीन एक स्वायत्त सोसाइटी है जिसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), भारत सरकार द्वारा एक विशिष्ट उद्देश्य 'सॉफ्टवेयर निर्यात को प्रोत्साहित करने एवं वृद्धि करने' के लिए सन 1991 में स्थापित किया गया ।
एसटीपीआई का मुख्यालय नई दिल्ली है एवं इसके 68 केंद्र देश भर में फैले हुए हैं।
एसटीपीआई, भारत सरकार द्वारा तैयार की गई एसटीपी/ईएचटीपी योजना को लागू करने तथा आधारभूत संरचना सुविधाओं की स्थापना और प्रबंधन के उद्देश्य से लगातार काम कर रहा है ।
Objective : To encourage the Startups for creation of products and services to penetrate new areas of the financial system and to change the competitive landscape which in turn can motivate the traditional financial firms in this region to invest in technology and to pay attention to changing trends among their customers, a FinGlobe CoE at Gandhinagar is proposed.
Date: March 13, 2024
केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भागलपुर में एसटीपीआई के नये केंद्र का उद्घाटन किया
आईटी/आईटीईएस उद्योग और उद्यमिता को मिलेगा बढ़ावा
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई), इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक स्वायत्त सोसाइटी, ने भागलपुर में एक नए एसटीपीआई केंद्र की स्थापना की है जिसका उद्घाटन श्री अश्विनी कुमार चौबे, केंद्रीय राज्य मंत्री उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, भारत सरकार के द्वारा बुधवार (13.3.2024) को किया गया।
इस अवसर पर बिहार सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री संतोष कुमार सुमन, भागलपुर के माननीय सांसद अजय कुमार मंडल, एसटीपीआई के वरिष्ठ निदेशक देवेश त्यागी और अन्य विशिष्ट गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
एसटीपीआई-भागलपुर की स्थापना आईटी/आईटीईएस/ईएसडीएम उद्योग की जरूरतों को पूरा करने और बिहार राज्य से नवाचार आधारित उद्यमिता और आईटी निर्यात को बढ़ावा देने के लिए किया गया। भागलपुर में एसटीपीआई केंद्र राज्य के गतिशील उद्यमियों को उनके विकास के लिए सुविधा और समर्थन देने के लिए भारत सरकार द्वारा एक और कदम है। बिहार राज्य सरकार ने एसटीपीआई, भागलपुर की स्थापना के लिए सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के निकट 2 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि “एसटीपीआई अपने 65 केन्द्रो के द्वारा देश में नए उद्यमियों को अनेक सुविधाएँ प्रदान कर रहा है । इस भागलपुर केंद्र से आईटी में हमारे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। एसटीपीआई सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट के जगत में क्रांति ला रहा है। वर्ष 2022-2023 में एसटीपीआई इकाइयों ने ₹ 8 लाख करोड़ से ज्यादा का सॉफ्टवेयर निर्यात किया है, जो राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर निर्यात का काफी प्रमुख हिस्सा है। आज भारत एक सॉफ्टवेयर निर्यातक के रूप में जाना जा रहा है और भारत इस क्षेत्र में अव्वल करेगा इसमें कोई संदेह नहीं है।
इस अवसर पर महानिदेशक एसटीपीआई अरविन्द कुमार ने कहा, “डिजिटल इंडिया की परिकल्पना को आत्मसात करते हुए, सॉफ्टवेयर टेकनोलोजी पार्क्स ऑफ इण्डिया ने भारत को वैश्विक आई टी पटल पर अग्रणी बनाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। भागलपुर केंद्र बिहार में आईटी/आईटीईएस उद्योग, उद्यमिता और सामाजिक-आर्थिक विकास को और बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस केंद्र के माध्यम से देश एवं प्रदेश के युवाओं में स्थानीय रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नयी क्षमताओं का विकास होगा। साथ मिलकर, हम एक उज्जवल डिजिटल भविष्य के लिए बिहार के प्रतिभाशाली कार्यबल की क्षमता का उपयोग करते हुए नवाचार को बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।“
एसटीपीआई-भागलपुर को 11 करोड़ रुपये (लगभग) की परियोजना लागत पर भूतल एवं प्रथम मंजिल में लगभग 10,016.48 वर्ग फुट के अत्याधुनिक आईटी ग्रेड इनक्यूबेशन बुनियादी ढाँचे के साथ विकसित किया गया है। भूतल में कुल 110 प्लग-एन-प्ले सीटों वाले इनक्यूबेशन मॉड्यूल हैं। इनक्यूबेशन स्थान के अलावा, नेटवर्क प्रचालन केन्द्र (एनओसी), सम्मेलन कक्ष, चर्चा क्षेत्र, प्रतीक्षा-लॉबी आदि जैसी सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं।
एसटीपीआई के भागलपुर केंद्र के उद्घाटन के साथ, यह भारत में एसटीपीआई का 65वाँ केंद्र और बिहार प्रान्त में पटना के बाद एसटीपीआई का दूसरा प्रचालित केंद्र होगा।
पिछले तीन दशकों में, भारत ने खुद को एक उभरते स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र द्वारा संचालित एक संपन्न आईटी केंद्र के रूप में मजबूती से स्थापित किया है। इस सफलता के केंद्र में उद्यमशीलता संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता रही है। वित्तीय सर्वेक्षण 2023 के अनुसार, वित्तीय सहायता, प्रोत्साहन, प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता जैसे विभिन्न पहलों के माध्यम से सरकार ने स्टार्टअप्स और उद्यमियों के विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन प्रयासों के प्रमाणस्वरूप, भारत अब दुनिया के संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप पारस्थितिकी तंत्र के रूप में उभरा है।...अधिक जानने के लिए क्लिक करें
Objective:
Q1. एसटीपीआई-गांधीनगर में इनक्यूबेशन सुविधा के लिए कौन आवेदन कर सकता है?